आई दिवाली दिवाली दिवाली।
झगमग तारों की बौछारे साथ लाई।
दीप जलाएंगे, झूमेंगे नाचेंगे।
गली-गली यहाँ वहाँ धूम छाई।। धृ ।।
अंधियारी रात में दिए जले साथ में।
खुशियों के मेले लगे फुलझड़ी हाथ में।
रंगोली के रंग में धरती खेले होली।। १ ।।
लाए दीप का त्यौहार भाई बहनों का प्यार।
चलो चले मिटाए हर भेद की दरार।
लक्ष्मीमाता सुखी रखे हर परिवार।। २ ।।
-निशा अभ्यंकर
संगीत अभ्यासक-शिक्षिका
सुंदर रचना .
ReplyDeleteबहूत सुंदर कविता
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